हनुमान जिन्हें मारुति, बजरंगबली और अंजनेय के नाम से भी जाना जाता है, एक दिव्य और आधे मनुष्य आधे वानर, और देवता राम के एक समर्पित साथी के रूप में पूजनीय है।
हनुमानञ्जनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल:। रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोऽमितविक्रम: ॥
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:। लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा ॥
द्वादशैतानि नामानि कपीन्द्रस्य महात्मनः। स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत् ॥
तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्। राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन ॥
हनुमानजी के 12 नाम:
हनुमान, अंजनिपुत्र, वायुपुत्र, महाबल, रामेष्ट, फाल्गुनसखा, पिंगाक्ष, अमितविक्रम, उदधिक्रमण, सीताशोकविनाशन, लक्ष्मणप्राणदाता, दशग्रीवस्य दर्पहा !
वैसे तो हनुमान जी के और भी नाम है जैसे, केसरी नंदन/केसरीसुता, वायुपुत्र/पवनपुत्र, कपीश्वर, रामदूत हनुमान, महावीर/महाबली, पंचवक्त्र ! आइए जानते हैं हनुमान जी के कुछ अनोखे नाम और उनके मंदिर के बारे में –
हनुमानगढ़ी, अयोध्या में स्थित 10वीं शताब्दी का हनुमान जी का एक प्रसिद्ध हिन्दू मन्दिर, मुख्य मंदिर में, पवनसुत माता अंजनी की गोद में बैठते हैं।
सालासर बालाजी मंदिर विशेष रूप से हनुमान के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण पूजा स्थल है।
बालाजी महाराज मेंहदीपुर के राजा और भगवान शिव के अवतार हैं। इनके समक्ष ही बुरी आत्माओं की पेशी लगती है।
बाला हनुमान मंदिर रणमल झील के दक्षिण-पूर्वी किनारे पर है, और यहां 1 अगस्त 1964 से लगातार 24 घंटे ‘श्री राम, जय राम, जय’ के आह्वान की “राम धुन” होती है।
यह कष्टभंजन देव के रूप में हनुमान के सबसे प्रमुख हिंदू मंदिरों में से एक है, जो शिव के रुद्र अवतार थे और उन्होंने भगवान राम की मदद के लिए त्रेता युग में अवतार लिया था।
महावीर मंदिर, पटना में स्थित भगवान हनुमान को समर्पित सबसे पवित्र हिंदू मंदिरों में से एक है, भगवान हनुमान को समर्पित मंदिर अनादिकाल से अस्तित्व में है!
नमक्कल आंजनेय मंदिर भारत के तमिलनाडु में नामक्कल जिले के एक शहर नामक्कल में स्थित है और हिंदू भगवान हनुमान को समर्पित है।
संकट मोचन हनुमान मंदिर वाराणसी, उत्तर प्रदेश में स्थित है। भगवान हनुमान को प्रसाद के रूप में शुद्ध घी के बेसन के लड्डू चढ़ाये जाते हैं।
दिल्ली में दक्षिणमुखी हनुमान जी का विशाल मंदिर स्थित है जो भक्तों के आस्था का केंद्र है !
कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर तट पर श्री दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर स्थित है हनुमान जी का यह स्वरूप यहां स्वत: प्रकट हुआ है!
बेट द्वारका के मुख्य श्रीकृष्ण मंदिर से पांच किलोमीटर पूर्व में भगवान हनुमान का एक भव्य और अनोखा मंदिर है, ये है देश का इकलौता मकरध्वज मंदिर है!
छत्तीसगढ़ के रतनपुर जिले के गिरजाबांध में एक मंदिर में ‘देवी’ हनुमान की मूर्ति है। विश्व का अनोखा हनुमान मंदिर, यहां भगवान हनुमान देवी के रूप में पूजे जाते हैं!
तेलंगाना राज्य में एक ऐसा मंदिर है जहां भगवान हनुमान अपनी पत्नी सुवर्चला के साथ पूजा करते हैं, यह एकमात्र मंदिर है जहां पर हनुमान और उनकी पत्नी सुवर्चला विराजमान है!
जयपुर में भव्य काले हनुमान जी मंदिर दुनिया भर से भक्तों को आकर्षित करता है। इस पवित्र मंदिर में भगवान हनुमान काले स्वरूप में दर्शन देते हैं।
इंदौर से 30 किमी दूर सांवेर गांव में हनुमान जी का एक अद्भुत मंदिर है। जहां उलटे हनुमान जी की पूजा होती है। उल्टे हनुमान का यह मंदिर उज्जैन से मात्र 30 किमी की दूरी पर स्थित हैं इस मंदिर को यहाँ के निवासी रामायणकालीन बताते हैं।
हमारे देश में अनेकों हनुमान जी के मंदिर हैं जिनकी अलग-अलग मान्यताएं है, लेटे हनुमान मंदिर या श्री बड़े हनुमान जी संगम – किला के निकट प्रयागराज में गंगा यमुना के तट पे है!
महाराष्ट्र में भद्र मारुति मंदिर में भी हनुमान की मूर्ति को लेटे हुए या सोते हुए मुद्रा में चित्रित किया गया है।
वानर मुख – पंचमुखी हनुमान अवतार में हनुमान जी का पूर्व दिशा की ओर हनुमान जो मुख है उसे वानर मुख कहा जाता है। माना जाता है ! हनुमान जी ने पंचमुखी रूप राम लक्ष्मण को बचाने और अहिरावण को मारने के लिए लिया था।
शिव पुराण में हनुमान का उल्लेख शिव के अवतार के रूप में किया गया है; कभी वायु का अवतार तो कभी रुद्र का अवतार !
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय। सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा॥
हनुमान जी भी आठ अमर देवताओं में से एक हैं, चिरंजीवी स्तोत्रम एक मंत्र है जो हिंदू साहित्य में वर्णित है:
अश्वत्थामा बलिर्व्यासो हनुमांश्च विभीषण:।
कृप: परशुरामश्च सप्तैतै चिरञ्जीविन:॥
सप्तैतान् संस्मरेन्नित्यं मार्कण्डेयमथाष्टमम्।
जीवेद्वर्षशतं सोपि सर्वव्याधिविवर्जितः॥
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता, अस बर दीन जानकी माता -हनुमान जी के पास 8 सिद्धियां और 9 निधियां हैं!
भारत में प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों में यंत्रोधरका हनुमान मंदिर हम्पी, श्रीडुल्या मारुति मंदिर, हनुमान धारा चित्रकूट, नुग्गिकेरी हनुमान मंदिर और हनुमानगढ़ी अयोध्या भी सूचीबद्ध किया गया है!